तू लौट के आजा मेरे लाल – Update 9

( chapter 9 ) अभय दिशा के कमरे के दरवाजे पे खरा होकर दिशा को आवाज देता है अभय – भाभी दरवाजा खोलिये मुझे आपसे कुछ बात करनी है दिशा बिस्तर पे लेती हुई थी अभय की आवाज सुन दिशा सर पे घुघट दाल दरवाजा खोल अभय को देखते हुवे दिशा – अरे देवर आइये…

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मेरा चालबाज़ बेटा – Update 3 | Incest Story

chapter 3 सुबह हो जाती है दिलीप अपना पेहला कदम रख दिया था अब आगे बढ़ने की बारी थी सुबह होते ही दिलीप नहाने खाने के बाद सारिका बर्तन को धोने के लिये रख रही थी दिलीप मा को देख – मा मे काम पे जा रहा हु सारिका दिलीप को देख – ठीक है…

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मेरा चालबाज़ बेटा – Update 2 | Incest Story

(  chapter 2 ) दिलीप बाबा के पास जाके बैठ जाता है और बाबा को देख – बाबा लगता है रात यही पर सोये है बाबा दिलीप को देख मुस्कुराते हुवे – सही कहा बेटा मे तो बाबा हु मेरा अपना कोई नही है ना कोई घर ना ठिकाना जहा दिल किया सो गये जो…

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तू लौट के आजा मेरे लाल – Update 7

( chapter 7 ) अभय अपनी गुरिया अदिति को लेने के लिये स्कूल आ चुका था और स्कूल के गेट के पास खरा अभय एक साइड अपने जीन्स के दोनों पॉकेट मे हाथ डाले अदिति का इंतज़ार कर रहा था बहोत बेसबरी से अभय अपनी गुरिया को देखने के लिये पुरा बेचैन था दिल बेकरार…

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मेरा चालबाज़ बेटा – Update 1 | Incest Story

chapter 1 कहानी एक गाव से सुरु होती है चारों तरफ हरे भरे खेत और बीच मे एक खूबसूरत सा गाव गाव वालो की जिंदगी कैसी होती है आप को पता ही होगा खेती गाय बकरी ये ही है जिनकी वजह से घर चलता है दूसरी अपने घर परिवार को छोर सेहर मे जाके कमाना…

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मेरा चालबाज़ बेटा – Intro | Incest Story

मेरा बेटा चाल चालबाज़                     ( introduction ) दिलीप पाटेल – 18 साल – हैंडसम बॉडी भी कमाल की है अपनी लाइफ मे मस्त रेहता है और अपनी मा से बहोत प्यार करता है मा – सारिका पाटेल – 41 साल – बहोत ही खूबसूरत भरा…

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तू लौट के आजा मेरे लाल – Update 8

( chapter 8 ) ( मे प्यार से उन कुछ लोगो से केहना चाहता जिन्हें अपने हिसाब से सब चाहिये देखो मेरी स्टोरी है और मेने जैसा सोचा है वैसा ही एंड भी होगा जिन लोगो को पसंद नही आ रही प्लेस इंस्टा रील की तरह स्क्रोल कर आगे बढ़ जाये मे हर किसी को…

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तू लौट के आजा मेरे लाल – Update 6

chapter 6        अभय अपने गाव अपने घर के कुछ हि दूरी पे था अभय अपना कदम आगे अपने घर की तरफ बढ़ाता है दिल मे बेचैनी हलचल खुशी एक साथ हो रही थी अभय चलते जा रहा था तभी वो रुक जाता है अभय उस जगह पे रुका था जिस जगह से…

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तू लौट के आजा मेरे लाल – Intro

( तू लौट के आजा मेरे लाल )    ये कहानी एक ऐसे लरके की होने वाली है जिसको कीड्नैपर् जब वो लरका  x साल का होता है तो कीड्नैप कर के ले जाते है और वो लरका अपने मा बेहन भाई से दूर चला जाता है या कहे दूर कर दिया जाता है लेकिन…

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तू लौट के आजा मेरे लाल – Update 10

( Chapter 10 )     पुलिस स्टेशन अभय पुलिस स्टेशन आके अंदर जाता है एक हवालदार जाके नितिका को हवालदार – मैडम वो लरका आ गया है नितिका – ठीक है अंदर भेजो हवालदार जाके अभय को देख – तुम अंदर जा सकते हो अभय बिना देरी किये अंदर चला जाता है अंदर अभय…

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