UPDATE – 50
रिशू: रश्मि मेरी जान अगर मेरा बस चले
तो तुम्हे मैं दिन रात नंगा करके सिर्फ चोदता रहूँ
और कोई काम न करू.
रश्मि: नहीं आह अब फिर से पीछेह आ
अआह नहीं ओह्ह्ह इश्स. अभी भी दर्द हो रहा है
आआअह्हह्हह रिशूऊऊ नान्ह्ही अआह.
आगे डालो ओ ओ आह ना
रिशू: जान जो मज़ा तुम्हारी गांड में है वो
चूत में नहीं है. चूत भी मारूंगा पर गांड मारने के बाद.
अभी तो बहुत टाइम है अपने पास.
रश्मि दीदी ये सुन कर हँसते हुए बोली.
अरे क्या आह सोने नहीं दोगेगे गे क्या मुझे आह ओऊ.
३ तो बज गए है आःह…सुबह आःह ७-८
बजे तक ऊओह जागना अआह होगा.
मैंने फ़ौरन एक स्टूल लिया और
दरवाजे के पास धीरे ले रखकर उसके ऊपर खड़ा हो गया.
दरवाजे के ऊपर रोशनदान से अब मैं अन्दर देखने लगा.
कमरे में जीरो वाट का बल्ब जल रहा था और
उसकी लाल रौशनी में मैंने देखा की रिशू बेड पर बैठा था
और उसने दीदी को अपने आगोश में ले रखा था
और उनके मम्मे नोंच रहा था. दोनों के शरीर
पर एक सूत का धागा भी नहीं था.
रिशू ने दीदी से कहा, अब जल्दी से अपनी गांड दे
दो मेरी जान वरना तुम्हारा रेप कर दूंगा.
दीदी मुस्कुराते हुए बोली, तो करो न रेप.
कबसे इच्छा थी की कोई मेरा रेप करे.
सच रिशू ने एक ही दिन में दीदी को
अनाडी से खिलाडी बना दिया था.
रिशू बोला अच्छा तो चल आज तेरी
ये इच्छा भी पूरी कर देता हूँ. हरामजादी कुतिया,
जिस गांड को मटका मटका कर तू दुनिया की झांटे जलाती है
आज उसी गांड में लंड पेलकर तेरा घमंड तोडूंगा रंडी.
बहुत अकड दिखाती थी न देखा कैसे तेरी
भुर का मैंने भोसड़ा बना दिया.
अब तेरी गांड से तेरी बची हुई अकड़ निकालूँगा.
रश्मि दीदी को गलियां सुन कर बहुत मज़ा आने लगा.
उन्हें लगा की सच में रिशू उनके रेप करने वाला है.
वो भी रोल प्ले में उसका साथ देने लगी
दीदी: भगवान के लिए मुझे छोड़ दो. मुझे जाने दो.
रिशू: साली हरामजादी रंडी अब तुझे
कोई नहीं बचा सकता जल्दी से कुतिया बन जा.
रिशू ने दीदी गांड पकड़ कर उन्हें पलट दिया और
उनकी गांड पर एक जोर का थप्पड़ जड़ दिया
और बोला चल छिनाल जल्दी से अपनी गांड ऊपर उठा.
दीदी को थप्पड़ पड़ने से बहुत दर्द हुआ और वो बोली
दीदी: अआह, अरे रिशू क्या कर रहे हो.
तुम्ही तो कह रही थी जान तुम्हारा रेप करने को.
रेप कोई प्यार से थोड़ी किया जाता होगा.
रिशू मुस्कुराते हुए बोला
दीदी (मुस्कुराते हुए): तुम्हे बड़ा मजा आ रहा था रेप का क्यों.
रिशू: अब टाइम मत वेस्ट करो मेरी जान.
जल्दी से गांड ऊपर कर दो. वरना रात भर सोने नहीं दूंगा.
रश्मि दीदी अब समझ गयी की रिशू को मना
करने का कोई फायदा नहीं. वो उनकी गांड में
अपना लंड पेले बिना मानेगा नहीं. ये
सोचकर दीदी ने अपनी गांड ऊपर उठा दी
और दोनों हाथो से तकिये को पकड़ कर
उसमे अपना मुह दबा दिया.
अपनी आखे बंद करके वो अपनी गांड पर होने वाले
जुल्म के लिए तैयार हो गयी.
रिशू ने ने दीदी की गांड को थोडा और
ऊपर उठा कर उनकी टांगे थोडा और खोल दी
और उनके चूतरो को मसलने लगा.
फिर उसने अपना लंड छड़ी की तरह दीदी की चूत
और गांड पर मारना शुरू किया.
