UPDATE – 28
रिशू: सही कहा तुमने. उम्र तो हमारी बराबर ही है
पर मोनू दीदी कहता है इसीलिए मैं भी कहता था
पर अब से नाम से ही बुलाऊंगा तुम्हे.
रश्मि: बाते बहुत बनाते हो तुम
रिशू: रश्मि एक बात कहूँ तुम्हारे बाल बहुत खूबसूरत है
बिलकुल तुम्हारी तरह.
रश्मि: अच्छा जी. लगता है
तुम्हे लडकियों के बालो में बहुत इंटरेस्ट है.
रिशू: अरे मुझे तो बहुत चीजों में इंटरेस्ट है पर
अगर बालो की बात हो तो सिर्फ तुम्हारे.
किसी और लड़की के नहीं.
रश्मि: तो किस किस चीज़ में इंटरेस्ट है बताओ.
रिशू: तुम्हारे बाल… तुम्हारी ऑंखें… तुम्हारे ये सेक्सी होठ…
रिशू की आवाज़ सुन कर लगा जैसे
वो नशे में हो पर वो दीदी को नाम से बुला रहा था
और उसने उनके होठो को सेक्सी भी बोला
पर दीदी ने उसे कुछ नहीं कहा. मैं सोच में पड गया.
तभी दीदी की आवाज़ आई
रश्मि: आह इषः अ रिशू मेरे बाल छोड़ो.
क्यों मेरे हाथों में इनकी ख़ूबसूरती कम तो नहीं हो जाएगी.
तभी उसके सांस खीचने की आवाज़ आई.
शायद वो दीदी के बाल सूंघ रहा था. क्या खुशबू है. उसने कहा.
रश्मि: अरे छोड़ो भी. तुम कुछ ज्यादा ही कर रहे हो.
रिशू: लो छोड़ दिए, अच्छा एक बात पूछूँ अगर तुम बुरा न मानो तो.
रश्मि: ऐसा क्या पूछना है.
रिशू: साइज़ क्या है तेरे कबूतरों का.
रश्मि: क्या… कबूतर क्या..
अब रिशू तू तेरे पर आ गया था
पर शायद दीदी ने ध्यान नहीं दिया.
अरे तेरी चूचियों का साइज़. रिशू बोला.
मुझे तो अपने कानो पर विश्वास ही नहीं हुआ की
वो दीदी से ऐसे बोल रहा था.
पागल हो गए हो क्या… लिमिट में रहो…
तुमने दोस्ती के लिए बोला था
इसीलिए तुमसे इतनी देर से बात कर रही थी वरना…,
दीदी गुस्से से चीखी.
अरे ज्यादा नाटक मत कर…
मुझे पता है तेरा बदन चुदाई मांग रहा है.
रिशू भी थोडा कड़क हुआ.
बकवास बंद करो दीदी चीखी तभी कुछ गुथम गुथ्थ हुई
और दीदी की सिसकारी मेरे कानो में पड़ी …
आह इश छोड़ो मुझे…निकल जाओ मेरे घर से.
