मैं बाजी और बहुत कुछ – Update 26 | Incest Sex Story

मैं बाजी और बहुत कुछ - Incest Sex Story

मैंने बाजी के होठों को अपने होंठो में लिया और हम दोनों एक दूसरे को आराम से चूमने लगे। अब टोपी केवल योनी के अंदर रह गई थी बाकी लंड बाहर आ चुका था। मैंने एक बार फिर से बाजी की योनी में लंड डालना शुरू किया।

“” हाय सलमान आह आह उफ़ सलमान उफ़ ये कयाआह आह आह धीरे सलमान इतना दर्द क्यों होता है? “” अब की बार जैसे बाजी लंड के अंदर जाने से कहीं खो सी गई ।। लंड फिर से जड़ तक अंदर चुका था।।।

बाजी की जीभ मेरी जीभ से टकरा रही थी कि उन्होंने मेरी जीभ को अपने मुँह में लेकर प्यार से चूसना शुरू कर दिया। .एक बार फिर से मैंने लंड को बाहर खेंचा

“” हाय सलमान यह क्या हो रहा है मुझे . पागल सी हो रही हूँ मैं आराम से डालो जानी ” बाजी ने मज़े शिद्दत से बेहाल होते हुए कहा

सच ही तो था उस समय जो नशा, जिस मज़ा और मस्ती पर हम दोनों ही जा पहुँचे थे, उसमें समर्पित होते ही यही तो हाल होता है।।। एक बार फिर से मेरा लंड आगे बढ़ा, पर पहले से थोड़ी अधिक तेजी के साथ

“” “आह आराम से करो ना आह आह उफ़ मम” हाई सलमान तुमने मुझे पहले ही इस प्यार के मिलन के मज़े से परिचित क्यों ना करा दिया अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आराम से करते रहो मेरी जान ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह””

“किस आराम से करूँ जान? मैने बाजी को छेड़ते हुए कहा

तंग क्यों करते हो “जो कर रहे हो, उसी से करो ना” बाजी ने शरमाते हुए हल्की आँखे खोलते हुए कहा

“कुछ नाम भी तो है उसका ना” मैने फिर बाजी को छेड़ा

“सलमान तंग मत करो” बाजी ने मज़े में डूबी हुई आवाज़ में मुझे झिड़का

“तेज तेज करूँगा फिर” “” मैने बाजी को फिर से छेड़ा

“” प्यार से ” बाजी ने मज़े की सिसकारी भरते हुए कहा

“यह क्या सीधे से बोलिए कि क्या करना है ” मैने फिर कहा

“सलमान सीधे से ही तो बोला है ना” ” बाजी ने शिकायत भरे लहजे मे जवाब दिया

” बोलें अपना लंड आराम से डालो सलमान “” मैने बाजी के एक मम्मे मसल्ते उन्हे कहा

“सलमान प्लीज़ तंग मत करो, यह कितना गंदा शब्द है? ” बाजी ने मचलते हुए कहा

” ओहो मैं अब तेज तेज करूँगा “टोपी अंदर रखते हुए बाकी लंड को मैंने तेजी से बाहर खींचा और फिर उसी तेजी से अंदर उतारता चला गया।।।

“” आह आह आह हाय उफ़ इंसान क्यों नहीं बनते, क्यों हर वक़्त तड़पातेरहते हो मुझे आह “” बाजी ने रोनी सी सूरत बनाते हुए कहा

“” बोलेंगी या फिर करूँ “यह कहते हुए लंड को पीछे खींचने ही लगा था कि बाजी तड़प कर बोली” “सलमान अपना लंड आराम से डालो ना प्लीज़ “” यह मिलन कुछ अजीब ही रंग अपने साथ लाया था, कि हम दोनों ही कुछ ऐसे रंग में रंग गए कि हमें कुछ खबर न थी हम एक दूसरे को क्या कह रहे हैं।

बाजी मुंह से यह सुनते ही जैसे मज़ा कई गुना बढ़ गया। मेरा लंड बाजी की योनी की गहराई में उतरकर, वहाँ ठहरा कुछ पल साँस ले रहा था इतने में मैंने कहा “” “अपना लंड कहाँ आराम से डालना है”

“क्यों तड़पा रहे हो, सलमान ” बाजी ने मेरी मनुहार करते हुए जबाव दिया

” अच्छा बोलिए सलमान अपना लंड आराम से मेरी योनी में डालो “” मैने बाजी के गालों को सहलाते हुए उन्हे छेड़ा

“यह कैसे कैसे जैसे तुम बोल रहे वही करो ना सलमान डर्टी” बाजी ने मेरे गाल पर किस करते हुए कहा

“बोलें नहीं तो फिर वैसे ही डालूंगा अपना लंड” मैने उन्हे प्यार का गुस्सा दिखाते हुए कहा

“” ठीक ना, सलमान डर्टी अपना लंड आराम से मेरी योनी में डालो ” बाजी ने मेरे सिर मे चपत लगाते हुए हँसते हुए कहा

बाजी ने आख़िर वही शब्द दुहरा दिए जो मैं उनके मुँह से सुनना चाहता था

Please complete the required fields.




Leave a Reply