Update – 4
तभी बाथरूम से सतीश बाहर आता है…उसने इस समय केवल एक टॉवल पहनी हुई थी…उसकी चौडी छाती एक दम चिकनी थी जिस पर पानी की बुँदे साफ़ दिखाइ दे रही थी… सतीश रूम में शिप्रा को देख कर चौक जाता है…
शिप्रा- गुड़ मॉर्निंग सतीश भइया…
सतीश- वेरी गुड़ मॉर्निंग टू यु वैसे तू मेरे रूम में क्या कर रही है….
शिप्रा- मुझे तेरे रूम में आने का कोई शौक नहीं है… वो तो मुझे माँ ने कहा था तुझे चाय देके आने को तो मे आई थी… वैसे बॉडी अच्छी बनाई है तुमने…
सतीश-आई नो बट थँक्स फ़ॉर दी कॉम्प्लिमेंट…
शिप्रा- मुझे पता है तुझे इंग्लिश आती है इस्लिये ज्यादा अंग्रेज बनने की जरुरत नहीं है… और हा बॉडी अच्छी है इसका ये मतलब नहीं है की तू घर में नंग धड़ंग अपनी बॉडी दीखाता फिरेगा…
सतीश- “मे कब नंग धड़ंग घुमता हु….
शिप्रा- “तो इस समय तू क्यों नंगा घूम रहा है…
सतीश- आरे वह तो मैंतो..
ह.दी- अबे लवडू, ये भी तेरा पोपट बना रही है, ये तेरा रूम है तू यहाँ जैसा चाहे घूम सकता है….
शिप्रा- रुक क्यों गया बोल-बोल…
सतीश को ह.दी. की बात समझ मे आ गई थी…
सतीश- “ओये शिप्रा की बच्ची ये मेरा रूम है मे यहाँ जैसे चाहे वैसे घूम सकता हु….
शिप्रा मुह बनाते हुये- हाँ तो घूम ना मैं तुझे कौन सा रोक रही हु… और हाँ चाय पिले वरना फिर कोल्ड टी बन जाएगी…सतीश जल्दी से कप उठा कर चाय पिने लगता है…
शिप्रा- वैसे एक बात बता ये तेरी बेड शीट पर दाग कैसे पड़े हे….?
सतीश को एकदम फन्दा लग जाता है…
सतीश- आरे ए.. ये तो ओ.. चाय के दाग है, कल चाय इस पर गिर गई थी…
शिप्रा- “तो इसे धुलने को दे दियो… ऐसे गन्दी ये अच्छी नहीं लगती…
सतीश- “दे दूंगा धुलने को अब ये पकड़ कप और मेरा पीछा छोड़ मेरी माँ, मुझे तैयार भी होना है…
शिप्रा कप लेकर चल देती है… और ड़ोर के पास पहुच कर- अरे हाँ छछुन्दर, किसी प्रियंका नाम की बन्दरिया का मेसेज था कह रही थी- गुड़ मॉर्निंग जानु एंड मिस यु टू… ह..ह..ह
सतीश- तूने मेरा सेल छुवा, मे तुझे नही छोडूंगा …
ओर सतीश शिप्रा के पीछे भगता है, और शिप्रा हस्ते हुए निचे की तरफ भाग जाती है…
सतीश- रुक भगति कहा है छिपकली कही की…
शिप्रा पीछे मुड़कर उसे जीभ दिखाते हुये-“चल… हट छछूंदर कही का….
ओर इसी के साथ शिप्रा भाग कर किचन मे सोनाली के पास पहुच जाती है… और सतीश भी अपने रूम मे पहुच जाता है और तैयार होकर निचे आ जाता है…
निचे डायनिंग टेबल पर शिप्रा बैठि हुई थि, सतीश उसे घुरता हुआ उसके सामने की चेयर पर बैठ जाता है…
शिप्रा अभी भी मुस्कुरा रही थी.. तभी उसके दिमाग मे ना जाने क्या खुराफ़ात सूझती है…
शिप्रा सतीश को चिड़ाते हुये- गुड़ मॉर्निंग जाणु… और हॅसने लगती है…
सतीश- देख शिप्रा मान जा वरना आज तू पिट जायेगी मेरे हाथ से…
शिप्रा- “और मारेगा कौन छछुंदर तू मारेगा मुझे…
सतीश- “आज तू तो गई, आज नहीं छोडूंगा तुझी… आज देखता हूँ तुझे कौन बचायेगा मेरे से…
ओर इसी के साथ वो शिप्रा की तरफ भागता है, और शिप्रा उठकर किचन की तरफ भागति है… और किचन मे सोनाली के पीछे जाकर खड़ी हो जाती है…
शिप्रा- “माँ देखो भाई मुझे मार रहा है…
सोनाली- “सतीश क्यों मार रहा है शिप्रा को…
सतीश- “माँ अब तक तो नहीं मारा पर अब जरूर मारूंगा….
सोनाली- कब सुधरोगे तुम दोनों अब तुम बड़े हो गए हो, अब तो ये शैतानियाँ बंद करो.. सतीश जाओ डायनिंग टेबल पर, मे अभी नास्ता ला रही हु…
सतीश शिप्रा की तरफ देखता है तो वो जीभ दिखा रही थि, जैसे कह रही हो की तू मेरा कुछ नहीं बिगाड सकता… सतीश ग़ुस्से में दिंनिंग टेबल की तरफ बढ़ जाता है…
सतीश के जाते ही शिप्रा सोनाली के गले में हाथ डालकर उसे किस करते हुये- “थैंक यु माँ एंड लव यु टू, यु आर दी बेस्ट माँ ऑफ़ दी वर्ल्ड़…
सोनाली- “ज्यादा मस्का मारने की जरुरत नहीं है, और उसे ज्यादा मत छेड़ा कर वरना फिर मे तुझे रोज नहीं बचा पाउँगी…
ओर फिर वो दोनों नाश्ता लेकर आ जाते हैं और फिर डायनिंग टेबल पर लगा देते हे…
सतीश और शिप्रा नास्ता करने लगते हैं और सोनाली एक कुरसी पर बैठ कर कॉफ़ी पीने लगती है…
शिप्रा- “माँ आप नाश्ता नहीं करोगी…?
सोनाली- “नहीं बेटा वो कल रात देर से सोइ थी इस्लिये आँख जरा लेट खुली तो आज मैं नहा नहीं पाई….
सतीश जानता था की उसकी माँ रात को क्यों लेट सोइ थि, और उसकी आँखों में फिर से रात वाले सीन चलने लगते हे… और उसका लंड जीन्स के अंदर ही अपना सर उठाने लगता है….
अब सतीश सोनाली को तिरछी नजर से देखता है तो उसे अपनी माँ दुनिया की सबसे हसीन औरत लगती है… वो उसके खूबसूरत चेहरे को देखते हुए जब थोड़ा निचे देखता है तो बस देखता ही रह जाता है… येलो कलर के डीप कट ब्लाउज से उसका क्लीवेज साफ़ दिखाइ दे रहा थे… उसकी चूचियां ब्लाउज में बहुत कसी हुई थि, ऐसा लग रहा था की अभी ब्लाउज को फाड़ कर बाहर आ जाएंगी…
Like and comment thank you
Koi pic provide kar sakta hai to dm kre

1 Comment
Nice update