घर की प्यासी बुर – Update 1 | Family Sex Story

घर की प्यासी बुर - Pariwarik Chudai Ki Kahani

हैलो रीडर्स I AM Back once again
तो अपने लण्ङ और बुर का रस निचोड़ने के लिए तैयार हो जाओ आज एक ऐसी स्टोरी स्टार्ट कर रहा हूं जिसे पढ़ के अपने घर में ही बुर को चोदने और chudwane के लिए तड़प उठोगे तो अपना support बनाए रखें 

Update – 1

ये एक बहुत ही मिडिल क्लास फैमिली की स्टोरी हैं जिसमें भरपूर chudai भरी पड़ी है तो दोस्तो अपने Lund और बुर पे तेल लगा कर रेडी हो जाओ शुरू करते हैं फैमिली के परिचय से 

अविनाश- उम्र ४५ वर्ष.

एक बहुत बड़ा बिजनेसमैन, गुड लुकिंग लेकिन गलत संगत मे पड़ने के कारन उसे हैवी ड्रिंकिंग की आदत पड़ गइ… कई बार तो वो इतनी पी लेता की उसे कुछ अपना होश ही नहीं रहता और उसके दोस्त उसे घर तक छोड़ने आते…

सोनाली- उम्र ४०, फिगर- ३४-३०-३६

एक अच्छी पढ़ीलिखी औरत, बहुत ही खूबसूरत और क़ातिलाना सांचे मे ढला हुआ जिस्म, जिसे देख कर बुड्ढे भी जवानी की दुहाई माँगते है जहाँ से वो गुज़रती वहां के लोगो को अपने हुस्न का दीवाना बना देती.. उसने अपना फिगर मेन्टेन करके रखा है योग ओर एक्सरसाइज के द्वारा… कोई भी उसे देख कर ये नहीं कह सकता की उसकी उम्र ४० की होगी, उसकी उम्र ३० साल से भी कम लगती थी..,

उम्र के साथ ही सोनाली की बदन की आग बढ़ती जा रही थि, पर उस आग को शांत करने वाला रोज शराब के नशे मे आता और आते ही बिस्तर पर गिर पडता… और सोनाली ऐसे ही तड़प कर रह जाति, २ साल से ऊपर हो गया था उसे सेक्स करे रोज रात को उसे अपनी उंगलि, और अब कुछ समय से डिलडो से अपने बदन को शांत करना पडता, वो चाहती तो बाहर भी मुह मार सकती थी पर अपनी फॅमिली की इज्जत की बजह से उसने कभी भी बाहर ट्राय नहीं किया… और ऐसे ही अपनी जिस्म की आग को मिटाने की कोशिश करने लगी… पर जिस्म की आग भला हाथ और डिलडो से कभी शांत हुई है… उसके लिए तो एक असली लंड की जरुरत होती है…

श्वेता- उम्र-२०, फिगर- ३4-२८-३4

एक सिंपल लड़की है, जवानी पुरे शबाब पर थि, उसके अंग अंग से जवानी छलकती थी… कॉलेज में हर लड़का उसके पीछे पड़ा था पर वो किसी को भी लिफ्ट नही देती थी… बेचारे सभी लड़के उसके दूध और गांड देख कर आहें भरते रहते है..

सतीश- स्टोरी का हीरो है, अपने डैड की तरह गुड लुकिंग एंड मस्कुलर बॉडी का मालिक जो की उसने जिम मे २ साल की मेहनत से बनाई थी…

उम्र-१९, हाइट-५ फट. ९ इंच और सबसे खास उसका हथियार 9 इंच” लम्बा 4 इंच’ मोटा, न जाने अब तक कितनो की सील तोड़ चुका था…

सतीश बहुत चुदक्कड़ किस्म का बंदा था, अगर किसी चुत पर उसके लौडे का दिल आ जाता तो वो उसे ठोंक कर ही रहता…

शिप्रा- उम्र-१८ फिगर- २८-२६-३०

नन्ही चुलबुली सी लडकि, जिस पर अभी अभी जवानी आनी शुरू हुई थी…

—— —– ——– ——-

कहानी के बाकि के किरदार समय आने पर इंट्रोडुस करा दिए जाएंगे…

रात के १२ बज रहे थे, सतीश और शिप्रा अपने अपने रूम मे सो रहे थे जब कि दूसरी तरफ सोनाली अपने रूम मे अपनी चुत की आग को बुजाने मे लगी थी… टेबल लैंप की दूधिया रौशनी मे उसका नंगा दूधिया जिस्म और भी मादक और कामुक लग रहा था… उसके ३४ साइज के वेल शेप्ड मख़मली बॉब्स और उन पर पिंकिश निप्पल जो की अभी तन कर १” के करीब हो गई थी, किसी भी साधू और मुनि का पानी निकालने के लिए काफी था…. और कमरे का दृश्य(सीन) तो किसी मुर्दे को भी जिंदा कर देता, कमरे में सोनाली पूरी नंगी लेटी हुई थि, उसका सुन्दर चेहरा इस समय सेक्स की आग मे झुलस कर लाल पड़ गया था, वो अपने एक हाथ से अपनी चूचियां एक-२ करके मसल रही थि, और दूसरा हाथ निचे उसकी चुत मे ५ इंच” के डिलडो को अंदर बाहर करने मे लगा हुआ था… पुरे रूम मे सोनाली की सिसकियाँ गुंज रही थी…. अब सोनाली तेजी के साथ अपनी चुत मे डिलडो को अंदर बाहर करने लगती है, सिसकियाँ और तेज हो जाती हे, और सोनाली की आँखें भी मजे की अधिक्ता के कारन बंद हो जाती हे…. उसको देख कर कोई भी बता सकता था की अब वो अपने ओर्गास्म की तरफ है… तभी डोर बेल बजती है पर सोनाली उसको इग्नोर करके अपनी मस्ती मे लगी रहती है और हाथ की स्पीड और तेज कर देती है… पर गेट पर खड़े बन्दे को वेट करना शायद पसंद नहीं था तभी तो वो एक के बाद लगतार बेल बजाते जाता है…. बेल के लगातार बजने पर सोनाली ये सोच कर की कही सतीश या शिप्रा मे से कोई न जाग जाए, बड़ी मुस्किल से बेड से उठती है और निचे पड़ी ब्लैक कलर की नाइटी उठा कर पहन लेती है और गेट खोलने चल देती है….सोनाली- कमीना कही का खुद तो कुछ करता नहीं और जब मे खुद अपनी प्यास बुजा रही हूँ तो भी साला गलत वक़्त पर अपनी गांड मराने आ गया…

वैसे सोनाली कभी गाली नहीं देती थी लेकिन अपने ओर्गास्म पर आकर रह जाने के कारन ग़ुस्से मे उसके मुह से ये वर्ड्स अनायास निकल गए थे… और गुस्सा आना लाज़मी भी है क्योकि

अगर आप किसी लड़की को ओर्गास्म की स्टेज तक लेकर उसे छोड़ दे तो वो आपको गाली ही देगि, प्यार तो नहीं करेगी ना…

सोनाली गेट ओपन करती है, सामने अविनाश ही था रोज की तरह बेहोषी की हालत में… और साथ में उसका दोस्त कम बिज़नेस पार्टनर दुष्यंत था, जो की रोज की तरह उसे घर छोड़ने आया था….सामने का दृश्य देख कर दुष्यंत की तो आज लॉटरी लग गई थि, क्योकि जो नाइटी सोनाली ने अपने बॉडी पर डाली थी वो सेमि ट्रांसपेरेंट टाइप की थि, और जिसके अंदर उसने कुछ नहीं पहना था, और उस नाइटी मे से उसकी आधी से ज्यादा क्लीवेज नाइटी से एक्सपोस हो रहे थे…

दुश्यंत अपने चेहरे पर कमिनि मुस्कान के साथ- नमस्ते भाभी जि, मेरे लाख समझाने के बाद भी आज फिर ईसने कुछ ज्यादा ही पी ली…

सोनाली उसकी नजर से समझ जाती है की वो उसकी बॉडी को खा जाने वाली नजर से घुर रहा है…

सोनाली थँक्स कहकर अविनाश का हाथ पकड़ कर अपने कंधे मे डाल लेती है और उसे सहारा देते हुए अंदर ले जाने लगती है… सोनाली को अविनाश को अंदर ले जाने मे दिक्कत हो रही थी…

दुश्यंत- अरे भाभी आप क्यों परेशान हो रही हो में छोड़ आता हूँ इसे रूम में… और दुश्यंत आगे बड़कर अविनाश का दूसरा हाथ अपने कंधे पर रखता है, और दूसरा हाथ जानकर उसका दूसरे हाथ (जिधर से सोनाली उसे अपने ऊपर डाले हुए थी ) के कंधे पर रखकर निचे लाते हुए सोनाली की चूचि पर फेर देता है….

ये सब इतनी तेजी से हुआ की न तो सोनाली को कुछ कहने का मौका मिला और न ही कुछ करने का… पर अपने चूचि पर दुश्यंत का हाथ पड़ते ही उसका बदन एक दम सिहर उठता है… और वो उसके तरफ देख कर- नहीं इसकी जरुरत नहीं है में इन्हे खुद ले जाउंगी…

दुश्यंत- एज यु विश्, मैं तो बस आपकी मदद करना चाहता था… और इसी के साथ दुश्यंत अपना हाथ हटाते हुए जान बुज कर सोनाली के दूध को हलके से दबा देता है… सोनाली उसकी इस हरकत पर उसे घूर कर देखती है तो दुश्यंत ऐसे शो करता है की जैसे ये अन्जाने में हुआ हो, और फिर वो सोनाली को गुड नाईट बोलकर निकल जाता है…. 

दोस्तो अगला भाग जल्दी ही आएगा आप अपने importent feedback jarur de aur comment kar ke support kre 

Please complete the required fields.




1 Comment

Leave a Reply